राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और इसके आसपास के इलाकों के लोगों को महंगाई से राहत मिलने की उम्मीद नहीं दिख रही है. कीमतों में गिरावट के बाद दिल्ली-एनसीआर में टमाटर फिर महंगा हो गया है. मदर डेयरी 250 रुपये प्रति किलो से ज्यादा दाम पर टमाटर बेच रही है. ऐसे में विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले दिनों में टमाटर की कीमत और बढ़ सकती है.
जानकारी के मुताबिक, दिल्ली-एनसीआर में मदर डेयरी के सभी सफल स्टोर्स पर टमाटर महंगे हो गए हैं. मदर डेयरी ने आज अपने सभी खुदरा दुकानों पर 259 रुपये प्रति किलोग्राम पर टमाटर बेचा। कहा जा रहा है कि सप्लाई कम होने से टमाटर के दाम फिर बढ़ गए हैं. खास बात यह है कि दिल्ली में पिछले जुलाई से ही टमाटर महंगा बिक रहा है. मानसून शुरू होते ही 30 से 40 रुपये प्रति किलो बिकने वाला टमाटर 100 से 120 रुपये प्रति किलो बिकने लगा। वहीं कुछ ही दिनों में इसकी कीमत 250 रुपये प्रति किलो के पार पहुंच गई.
महंगाई ने उम्मीदों पर ग्रहण लगा दिया है
लेकिन, पिछले हफ्ते टमाटर की कीमत में गिरावट आई. दिल्ली-एनसीआर में टमाटर 120 से 150 रुपये प्रति किलो बिकने लगा. ऐसे में लोगों को उम्मीद थी कि इस महीने के अंत तक टमाटर के दाम 50 से 60 रुपये प्रति किलो तक पहुंच जाएंगे. लेकिन एक बार फिर महंगाई ने उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया है.
टमाटर 259 रुपये प्रति किलो बिका
हालांकि, केंद्र सरकार भी महंगाई पर काबू पाने के लिए पुरजोर कोशिश कर रही है. 14 जुलाई से वह दिल्ली, नोएडा, पटना, वाराणसी और मुजफ्फरपुर समेत कई शहरों में सस्ते दाम पर टमाटर बेच रहे हैं. हालांकि, टमाटर की कीमत में भी गिरावट आई है. उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, बुधवार को टमाटर की खुदरा कीमत 203 रुपये प्रति किलो थी. जबकि मदर डेयरी की दुकान में आज टमाटर 259 रुपये प्रति किलो के भाव से बिका.
सिर्फ 15 फीसदी टमाटर की ही आपूर्ति हो सकी
वहीं, मदर डेयरी का कहना है कि पिछले दो दिनों से दिल्ली-एनसीआर में टमाटर की सप्लाई प्रभावित हुई है. जिसके कारण कीमतें तेजी से बढ़ी हैं. मदर डेयरी के मुताबिक दो दिनों से आजादपुर मंडी में टमाटर की आवक भी कम हो गई है, जिसका सीधा असर खुदरा कीमतों पर पड़ रहा है. फिलहाल आजादपुर मंडी में टमाटर का थोक भाव 170-220 रुपये प्रति किलो है. आजादपुर टमाटर एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक कौशिक का कहना है कि पिछले तीन दिनों से बाजार में टमाटर की सप्लाई कम हो गई है. उनके मुताबिक भारी बारिश के कारण कई राज्यों में टमाटर की फसल बर्बाद हो गई है. उन्होंने कहा कि बुधवार को सिर्फ 15 फीसदी टमाटर की आपूर्ति हो सकी.