जयपुर, 24 मार्च (भाषा) सामाजिक समरसता और एकता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से राजस्थान सरकार ने अंतर्जातीय विवाहों पर मिलने वाली प्रोत्साहन राशि को दोगुना कर 10 लाख रुपये करने की घोषणा की है।
विवाह बंधन में बंधने वाले अंतर्जातीय जोड़ों को तत्काल प्रभाव से अब 10 लाख रुपये मिलेंगे, जो पहले के 5 लाख रुपये के प्रोत्साहन से अधिक है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने हाल ही में 2023-24 के बजट में इसकी घोषणा की थी जिसके बाद गुरुवार को सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की ओर से अधिसूचना जारी की गई.
राजस्थान सरकार तीसरे बच्चे वाले कर्मचारियों को पदोन्नति और वेतन वृद्धि के लिए पात्र बनाती है।
संशोधित डॉ. सविता बेन अम्बेडकर अंतरजातीय विवाह योजना के तहत 5 लाख रुपये आठ साल के लिए सावधि जमा में रखे जाएंगे, जबकि शेष 5 लाख रुपये नवविवाहितों के संयुक्त बैंक खाते में जमा किए जाएंगे। 2006 में शुरू की गई यह योजना शुरू में 50,000 रुपये प्रदान की गई थी जिसे बाद में अप्रैल 2013 में बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दिया गया था।
राजस्थान सरकार ने राज्य के 344 आवासीय विद्यालयों में डिजिटल पुस्तकालय स्थापित करने के लिए 36.56 करोड़ रुपये स्वीकृत किए।
केंद्र और राज्य सरकारें संयुक्त रूप से इस योजना को निधि देती हैं, जिसमें बाद में 75 प्रतिशत का योगदान होता है और केंद्र शेष 25 प्रतिशत को कवर करता है। पिछले वित्तीय वर्ष में, सरकार ने इस योजना के तहत 33.55 करोड़ रुपये और चालू वर्ष में 4.5 करोड़ रुपये से अधिक जारी किए।