पुष्कर मेला का भव्य आयोजन, देश-विदेश के लोगों ने लिया कल्चरल प्रोग्राम का मजा, की घोड़े-ऊंट की सवारी

इन दिनों पुष्कर में ‘पुष्कर मेला’ लगा हुआ है जो कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काफी ज्यादा फेमस है। यहां तक कि पुष्कर में चारों और पुष्कर मेले की रौनक नजर आ रही है। इस पुष्कर मेले में देश-विदेश से कई टूरिस्ट नजर आते हैं। इस मेले में राजस्थानी पहरावा पहनकर अपनी तस्वीरें दिखाते हैं तो कई लोग रंग बिरंगी पोशाकों से सजे ऊंट पर बैठ बैठ कर उनकी सवारी करते हैं। देखा जाए तो इस बार पशु मेला नहीं लगेगा, इस वजह से थोड़े से जानवर यानी कि ऊंट और घोड़ों की कमी मेले में नजर आ रही है। हम रात की बात करें तो रात के दौरान पुष्कर ग्राउंड में भारतीय संस्कृति और राजस्थानी संस्कृति से लेकर कई सारे प्रोग्राम किए जाते हैं। इस प्रोग्राम का लोग काफी उत्साह में आनंद उठाते हैं।
पुष्कर मेले में केवल देश विदेश के लोग ही नहीं बल्कि आसपास के कई गांव के लोग अपने बच्चों अपने परिवार के साथ नजर आ रहे हैं। पुष्कर मेले में तरह-तरह की दुकानें भी लगी होती है, जिस पर काफी अच्छी कमाई हो रही है, ऐसा हमें पता चल रहा है। आपकी जानकारी के लिए बता दे कि पूरे विश्व में सिर्फ एक ही ब्रह्मा जी का मंदिर है, जो कि पुष्कर में स्थित है। इस मंदिर में इन दिनों काफी ज्यादा भीड़ नजर आ रही है। बल्कि श्री ब्रह्मा जी के मंदिर में ही नहीं वहां के आसपास मंदिरों में भी श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी है। इस मेले की शुरुआत मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ध्वज लहरा कर की थी। यहां तक कि पुष्कर घाट पर करीब सवा लाख दीपक जलाए गए हैं, यह सौंदर्य देखने लायक है।
पुष्कर मेला में देश-विदेश से आए टूरिस्ट
पुष्कर मेले में देश-विदेश से आए टूरिस्ट राजस्थानी पहरावा पहनकर तस्वीरें खिंचवाते हुए नजर आ रहे हैं।
यहां तक कि चरी नृत्य का आयोजन किया गया है, जिसे लोग उत्साह के साथ देख रहे हैं। रात के बाद पुष्कर मेले में सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किया जाता है।
विदेश से आई हुई महिला राजस्थानी पहरावा पहनकर रंग बिरंगी तरीके से सजी ऊंट के साथ तस्वीरें खिंचवाई है और उन ऊंट की सवारी की है।
यह तो आप सभी जानते हैं कि पुष्कर में पुष्कर घाट है। यहां पर देश-विदेश के कई लोग डुबकी लगाकर अपने पाप धोने की कोशिश कर रहे हैं। यहां तक कि पुष्कर घाट पर भी हजारों की संख्या में भीड़ लगी हुई है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी ब्रह्मा मंदिर में दर्शन करते हुए नजर आए।
यहां तक कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पुष्कर घाट पर करीब सवा लाख दीपक जलाए हैं।
कल से यह कार्यक्रम होंगे:
3 नवंबर को 10:00 बजे ग्राउंड के अंदर कबड्डी का प्रोग्राम किया जाने वाला है और फिर 11:00 पतंग प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। ऐसा भी बताया जा रहा है कि दोपहर 1:00 बजे से इन्टर पंचायत समिति ग्रामीण खेल रस्साकशी, वॉलीबॉल एवं कबड्डी जैसे खेल खेले जाने वाले हैं और फिर शाम के 7:00 बजे से सांस्कृतिक कार्यक्रम किया जाएगा।
शुक्रवार के दिन यानी 4 नवंबर को सुबह 6:30 बजे सांझी छत पर नेचर वॉक, सुबह 8 बजे वाटर वर्क्स पम्प हाउस पर सेण्ड आर्ट किया जाएगा। कार्टून दोपहर के टाइम पर लोकल पंचायत की खेल आयोजन शुरू किया जाएगा। फिर शाम के वक्त हैंडीक्राफ्ट का बाजार शुरू किया जाएगा। कल शाम के वक्त पुष्कर घाट पर दीप दान किए जाने वाले हैं। शाम को 7:00 बजे के बाद पुष्कर घाट पर भजन संध्या जैसे प्रोग्राम का शुभारंभ होगा। भजन संध्या के साथ साथ घाट पर दीपदान और महाआरती का भी प्रबंध किया गया है।
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शनिवार के दिन यानी 5 नवंबर को 9:00 बजे के करीब लगान स्टाइल में क्रिकेट मैच का आयोजन किया जाने वाला है और सुबह 11:00 बजे से लेकर रात के 8:00 बजे तक हैंडीक्राफ्ट का बाजार खुला रहने की संभावना है। 11:30 बजे के बाद पुष्कर ग्राउंड में पगड़ी तिलक समारोह करने जा रहे हैं और हर रोज की तरह शाम को 6:00 बजे हमेशा की तरह महाआरती का आयोजन किया जाने वाला है।
रविवार के दिन यानी 6 नवंबर को फिर से सुबह के वक्त नेचर वॉक किया जाने वाला है और फिर सुबह के 10:30 बजे महिलाओं की मटका रेस की आयोजन की गई है। फिर आगे चलकर 11:30 से महिलाओं के लिए म्यूजिक शेर का भी आयोजन किया गया है, जिसमें देश विदेश की सभी महिलाएं पार्टिसिपेट कर सकती हैं। शाम के वक्त नित्य मनोरंजन का कार्यक्रम किया जाएगा।
सोमवार को लाने की 7 नवंबर को सुबह के 10:30 बजे फोटोग्राफर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है और फिर सुबह के 11:00 बजे से लेकर रात के 8:00 बजे तक शिल्प कला और हैंडीक्राफ्ट का बाजार खुला रहने वाला है। सायं 6 बजे पुष्कर सरोवर घाट पर महाआरती, सायं 7 बजे मेला ग्राउण्ड पर बॉलीवुड नाइट एवं आतिशबाजी होगी, जो कि बड़ी ही शानदार होती हैं।
पुष्कर मेले का आखरी दिन यानी कि 8 नवंबर के दिन वाटर वर्क पम्प हाउस पर सैण्ड आर्ट, सुबह 9 बजे मेला ग्राउण्ड पर समापन समारोह के तहत मेगा कल्चरल इवेंट, पुरस्कार वितरण, ग्रुप डांस, कला जत्था, जेल और पुलिस बैण्ड, मटका रेस, बोरी रेस, स्पून रेस, टग ऑफ वार। इनमें विजेता रहने वाले सभी को पुरस्कार देने का प्रोग्राम किया जाने वाला है। शाम के 6:00 बजे के बाद फिर से महाआरती की जाएगी।