करीब सात दशक तक अपनी मोहक आवाज से लोगों के दिलों पर राज करने वाली पाकिस्तान की सबसे मशहूर सिंगर नूरजहां ने अब इस दुनिया को अलविदा कह दिया है, मगर उनके फैंस के दिलों में आज भी वह बसती हैं। उनका जन्म 21 सितंबर, 1926 को हुआ था और उनका असली नाम अल्लाह राखी वसाई था। उन्होंने सिर्फ पाकिस्तानी ही नहीं बल्कि भारतीय फिल्म इंडस्ट्री के लिए भी लगभग 10 हजार गाने गाए थे।

उन्होंने हिंदी, पंजाबी, सिंधी, बंगाली, पश्तो और अरबी भाषा में गाने गाये हैं। नूरजहां की फैन फॉलोइंग का अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि स्वर कोकिला लता मंगेशकर भी उनकी फैन बन गयी थीं। इतना ही नहीं उन्हें मल्लिका-ए-तरन्नुम का तमगा भी मिला। उनका जन्म ब्रिटिश काल के दौरान लाहौर से करीब 45 किलोमीटर दूर कसूर में हुआ था।

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नूरजहां बचपन से ही थीं संगीत की शौक़ीन

उनका परिवार संगीत से जुड़ा था, इसलिए उन्हें संगीत सीखने के लिए उस्ताद के पास भेज दिया गया। नूरजहां बचपन से ही एक्टिंग और सिंगिंग में रूचि रखती थी, इसी वजह से वह अपनी बहनों के साथ कलकत्ता जा पंहुची। उन्होंने साल 1930 में आयी फिल्म ‘हिन्द के तारे’ से अपने करियर की शुरुआत की थी। एक साल बाद ही उन्होंने खुद को बतौर लोकप्रिय चाइल्ड आर्टिस्ट उभार लिया। इसी बीच मशहूर गायिका मुख्तार बेगम से उनकी मुलाकात हुई और उन्होंने उनका नाम बदलकर नूरजहां रख दिया।

नूरजहां को अपनी शर्तों पर जिंदगी जीना पसंद था। उन्होंने अपनी जिंदगी में अच्छे, बुरे सभी तरह के मोड़ देखे। उनकी दो शादियां हुई थीं, उन्होंने पहली शादी सन 1942 में शौकत हुसैन रिजवी के साथ की थी। मगर उनका यह रिश्ता अधिक समय तक नहीं टिका और 1953 में दोनों अलग हो गए। इसके बाद नूरजहां ने सन 1959 में एजाज दुर्रानी से दूसरी शादी की, उनकी दूसरी शादी 1971 तक चली।

नूरजहां की कहानी मेरी जुबानी

आपको बता दें शौकत रिजवी ने अपनी किताब ‘नूरजहां की कहानी मेरी जुबानी’ में बताया कि उनके पाकिस्तानी क्रिकेटर नजर मोहम्मद के साथ संबंध थे। पाकिस्तानी क्रिकेटर नजर मोहम्मद के साथ उनके किस्से आज भी मशहूर हैं। बताया जाता है पाकिस्तानी क्रिकेटर का टेस्ट करियर उनकी वजह से वक्त से पहले खत्म हो गया।

ऐसा बताया जाता है नूरजहां के पति ने उन्हें नजर मोहम्मद के साथ एक बंद कमरे में पकड़ा था। इस दौरान क्रिकेटर पहली मंज़िल से निचे कूद गए थे और उनका हाथ टूट गया। इस हादसे के बाद नजर मोहम्मद एक पहलवान के पास गए अपना हाथ ठीक करवाने, लेकिन वह सही तरीके से नहीं जुड़ा। इसी के चलते उन्हें समय से पहले ही टेस्ट क्रिकेट से रिटायरमेन्ट लेना पड़ा।

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