टीम इंडिया की शिकस्त पर रोहित शर्मा का बड़ा बयान, जाने खराब प्रदर्शन के लिए किसे ठहराया ज़िम्मेदार

मंगलवार को तीसरे और आखिरी टी20 इंटरनेशनल मैच में 49 रन की बड़ी हार के बाद भारतीय कप्तान कप्तान रोहित शर्मा ने माना कि टीम इंडिया की गेंदबाजी में सुधार की काफी ज़रूरत है और उन्हें बहुत से विकल्पों पर विचार करना होगा। तीसरे T20 मुकाबले में भारतीय तेज गेंदबाज पूरी तरह से नाकामियाब रहे और जमकर रन बांटे। बल्लेबाज़ी में भी कुछ खास दम नज़र नहीं आया और कोई भी ज्यादा देर टिक नहीं पाया।
राइली रूसो ने 48 गेंद का सामना करते हुए आठ छक्कों और सात चौकों की बदौलत नाबाद शतकीय पारी खेली। इसी के साथ उन्होंने डि कॉक के साथ दूसरे विकेट के लिए 90 रन जोड़े और ट्रिस्टन स्टब्स के साथ मिलकर 87 रन की अर्धशतकीय साझेदारियां भी की। इसकी बदौलत दक्षिण अफ्रीका ने तीन विकेट के नुकसान पर 227 रन का बड़ा लक्ष्य रखा। इसके जवाब में टीम इंडिया ने लगातार विकेट खोये और लगा ही नहीं कि टीम कभी लक्ष्य हासिल कर पायेगी। भारतीय टीम 18.3 ओवर में सिर्फ 178 रन बनाकर सिमट गई। दिनेश कार्तिक ने टीम कि तरफ से सबसे ज्यादा 46 रन बनाए। इसके अतिरिक्त दीपक चाहर (31), ऋषभ पंत (27) और उमेश यादव (20) ही 20 रन तक पहुँच पाए।
रोहित शर्मा ने कही ये बात
मैच के बाद कप्तान रोहित शर्मा ने कहा कि, “एक टीम के रूप में हमने शुरुआत में ही कहा था कि परिणाम कुछ भी हो लेकिन सुधार की गुंजाइश हमेशा होती है. भले ही हम तीनों विभागों में अच्छा करें, हम बेहतर होते रहना चाहते हैं. चिंता का विषय है, हमें अपनी गेंदबाजी पर गौर करना होगा कि पावरप्ले, बीच के ओवरों और डेथ ओवरों में हमें और क्या विकल्प मिल सकते हैं. हम दो बेस्ट टीम के खिलाफ खेल रहे थे. हमें बेठकर सोचना होगा कि हम क्या बेहतर कर सकते हैं. यह आसान नहीं होगा और हमें इस दिशा में काम करते हुए जवाब ढूंढने की जरूरत है।”
कप्तान रोहित शर्मा ने कहा कि खिलाड़ियों को क्या प्राप्त करना है इसे लेकर और ज्यादा क्लैरिटी की आवश्यकता है। उन्होंने आगे कहा “खिलाड़ियों को इस मामले में बहुत अधिक स्पष्टता की ज़रूरत है कि वे क्या हासिल करना चाहते हैं और यह निश्चित करना मेरा कार्य है कि ऐसा हो। हम ऐसा करना जारी रखना चाहते हैं।”
सीरीज के शुरुआती दो मुकाबले गंवाने वाले दक्षिण अफ़्रीकी कप्तान टेम्बा बवूमा ने माना कि ऐसी जीत से टीम का मनोबल बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि, “इस तरह जीतना हमारे मनोबल के लिए काफी महत्वपूर्ण है. इस मुकाबले के काफी सकारात्मक पहलु रहे. अगर हम पीछे मुड़कर देखें तो पहले मुकाबले में हमारी बल्लेबाजी ने कुछ खास नहीं किया. हम परिस्थितियों से सामंजस्य नहीं बैठा पाए. दूसरे मुकाबले में हमारे पास ऐसी योजनाएं थीं जिन पर हमने अमल नहीं किया. आज हम हमारी योजनाओं और हम क्या करने की कोशिश कर रहे थे उसे लेकर बहुत स्पष्ट थे।”