किसान सम्मान निधि का लाभ लेने वाले 1500 अपात्रों के खाते हुए सीज, दी गयी राशि की होगी वसूली

मैनपुरी जिले में आयकर दाता होने के बाद भी किसान सम्मान निधि योजना का लाभ लेने वाले सभी अपात्र से धनराशि की रिकवरी की जाएगी। अभी उनके खातों में कोई भी धनराशि नहीं है, जिससे उस राशि को वापस लिया जा सके। मुख्य विकास अधिकारी के आदेश पर 1500 व्यक्तियों के खाते में सीज कर दिए गए। जब तक धनराशि वसूल नहीं हो जाती है तब तक यह खाते सीज ही रहेंगे।
कृषि विभाग के द्वारा लगातार इस योजना के अयोग्य व्यक्तियों को बाहर किया जा रहा है। कृषि विभाग के द्वारा अभी हाल ही में आयकर दाताओं की सूची भी तैयार की है। जिसमें 2722 आयकर दाता ऐसे सामने आए हैं, जिन्होंने इस योजना का पूरा लाभ लिया है। इन लोगों ने 2.41 करोड रुपए सम्मन निधि केंद्र सरकार से प्राप्त कर ली है। अब इन सभी से इनकी वसूली भी की जाएगी।
CDO ने भेजी थी अपात्रों की सूची
जिन खातों में धनराशि भेजी गई थी उनसे धनराशि को वापस लेने के लिए बैंक को नोटिस भी भेज दिए गए थे, लेकिन पंद्रह सौ बैंक खातों में धनराशि नहीं होने की वजह से उनसे वसूली नहीं हो सकी । इसके चलते मुख्य अधिकारी ने जिला प्रबंधक को पहले से ही इन सभी अयोग्य व्यक्तियों की सूची को भेज दिया।
उन्होंने तत्काल संबंधित सभी अपात्र व्यक्तियो के बैंक खातों को सीज करने के भी आदेश दे दिए थे। सीडीओ के आदेश पर इन खातों को सीज कर दिया गया। जब तक इन खातों में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की राशि को वापस नहीं कर दिया जाता है, तब तक इन सभी खातों को सीज ही रखा जाएगा।
700 अपात्र लौटा चुके हैं किसान सम्मान निधि
कृषि विभाग के द्वारा आयकर दाताओं को नोटिस जारी होने के बाद सम्मान निधि की धनराशि को लौटाने के आदेश दिए थे। इसके बाद करीब 700 लोगों ने 40लाख रुपए की धनराशि को लौटा दिया है। वहीं अभी लगभग करोड़ से भी अधिक धनराशि की वसूली वापस से की जानी है। 500 के करीब किसानों से इस योजना की वसूली की प्रक्रिया अभी चल ही रही है।
मुख्य अधिकारी के द्वारा बताया गया कि किसान सम्मन निधि लेने वाले सभी पात्रों के बैंक खातों में अभी तक कोई धनराशि नहीं है। इसी की वजह से पात्रों से संबंधित सभी बैंक खातों को सीज करने के आदेश अग्रणी जिला प्रबंधक को दे दिए गए हैं।