अगर सब कुछ योजना के मुताबिक रहा तो मार्च से राजस्थान का पहला क्रूज अजमेर की आना सागर झील पर पर्यटकों को ले जाने की संभावना है। यह जिले में एक और आकर्षण जोड़ देगा, जो सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह और ब्रह्मा मंदिर के लिए पहले से ही प्रसिद्ध है। एक बार जब क्रूज का संचालन शुरू हो जाएगा, तो लोग डबल-डेकर क्रूज पर सवारी का आनंद लेने के अलावा छोटे समारोह और पार्टियां भी आयोजित कर सकेंगे।
रिपोर्ट्स की मानें तो क्रूज की क्षमता 150 यात्रियों को ले जाने की होगी। जानकारी में एक अधिकारी ने कहा कि क्रूज सेवा संभवत: मार्च के पहले सप्ताह में शुरू हो जाएगी, जिसके लिए पिछले साल काम का टेंडर दिया गया था और जिसके फरवरी तक तैयार होने की उम्मीद है। कथित तौर पर, सेवा निगम के लिए हर साल INR 66.5 लाख की आय उत्पन्न करेगी।
निगम के सहायक अभियंता रवींद्र सैनी ने कहा कि क्रूज का रास्ता झील में फेरी लगाने वाली नौकाओं से अलग होगा। अभी टिकट के रेट तय नहीं हुए हैं, जो निगम की स्वीकृति के बाद ठेकेदार द्वारा किए जाएंगे। रिपोर्ट्स में कहा गया है कि क्रूज में रेस्टोरेंट की सुविधा होगी और लोग इसे छोटी पार्टियों और फंक्शन के लिए बुक कर सकेंगे। इसका जिक्र करते हुए एक अन्य अधिकारी ने बताया कि फर्म को पिछले साल फरवरी में वर्क ऑर्डर दिया गया था और क्रूज बनाने के लिए 15 महीने का समय दिया गया था।
झील के आस-पास के क्षेत्र को भी पाथवे, भोजनालयों और अन्य कार्यों के साथ विकसित किया गया है, जो पहले से ही पर्यटकों की एक बड़ी संख्या को देख रहा है।